खाटू श्याम चालीसा का पाठ करने से होगी धन में वृद्धि

श्री खाटू श्याम जी राजस्थान के डिस्ट्रिक्ट सीकर के छोटे से शहर खाटू में विराजित हैं | यहाँ पर इनका मकराना संगमरमर से निर्मित भव्य मंदिर बना हुआ है जो की शहर के मध्य में स्थित है। खाटू श्याम जी के शीश की पूजा होती है | khatu shyam chalisa का पाठ करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं तथा उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है |

श्री खाटू श्याम जी को उनके भक्त कई नामों से भी पुकारते हैं जिनमें से कुछ प्रचलित नामों का विवरण हम दे रहे हैं | 

  • खाटू नरेश – खाटू के शासक देवता के रूप में भी उनकी पूजा की जाती है | 
  • शीश के दानी – महाभारत के युद्ध के समय उन्होंने ही धर्म की विजय के लिए अपने सिर का दान किया था इसलिए इन्हें शीश का दानी कहा जाता है | 
  • लखदातार – जो उचित निर्णय देता है |
  • तीन बाण धारी – इनके तरकश में सिर्फ तीन बाण ही होते थे इसलिए इन्हें तीन बाण धारण करने वाला कहा गया है |
  • हारे का सहारा – यह हमेशा पराजित होने वाले अर्थात असहाय लोगों  का समर्थन करते हैं इसलिए उन्हें हारे का सहारा कहा जाता है | 

खाटू श्याम चालीसा का पाठ करने से घर की सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है  तथा सकारात्मकता का आगमन होता है जिससे घर के सभी प्रकार के कलेश तथा विकार समाप्त हो जाते है | खाटू श्याम जी चालीसा का पाठ करने से उनकी असीम कृपा हम पर बनी रहती है |

आप खाटू श्याम चालीसा को यहाँ पढ़ सकते हैं और साथ ही साथ khatu shyam chalisa pdf को डाउनलोड कर सकते है।

Khatu Shyam Baba Chalisa lyrics

।। दोहा।।

श्री गुरु चरण ध्यान धर, सुमिरि सच्चिदानन्द।
श्याम चालीसा भजत हूँ, रच चैपाई छन्द।।

।। चौपाई ।।

श्याम श्याम भजि बारम्बारा,सहज ही हो भवसागर पारा।
इन सम देव न दूजा कोई, दीन दयालु न दाता होई।।

भीमसुपुत्र अहिलवती जाया, कहीं भीम का पौत्र कहाया।
यह सब कथा सही कल्पान्तर, तनिक न मानों इनमें अन्तर।।

बर्बरीक विष्णु अवतारा, भक्तन हेतु मनुज तनु धारा।
वसुदेव देवकी प्यारे, यशुमति मैया नन्द दुलारे।।

मधुसूदन गोपाल मुरारी, बृजकिशोर गोवर्धन धारी।
सियाराम श्री हरि गोविन्दा, दीनपाल श्री बाल मुकुन्दा।।

दामोदर रणछोड़ बिहारी, नाथ द्वारिकाधीश खरारी।
नरहरि रूप प्रहलद प्यारा, खम्भ फारि हिरनाकुश मारा।।

राधा वल्लभ रुक्मिणी कंता, गोपी बल्लभ कंस हनंता।
मनमोहन चितचोर कहाये, माखन चोरि चोरि कर खाये।।

मुरलीधर यदुपति घनश्याम, कृष्ण पतितपावन अभिराम।
मायापति लक्ष्मीपति ईसा, पुरुषोत्तम केशव जगदीशा।।

विश्वपति त्रिभुवन उजियारा, दीनबन्धु भक्तन रखवारा।
प्रभु का भेद कोई न पाया, शेष महेश थके मुनियारा।।

खाटू श्याम आरती करने से आपको मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है तथा जीवन में सकारात्मकता आती है |

नारद शारद ऋषि योगिन्दर, श्याम श्याम सब रटत निरन्तर।
कवि कोविद करि सके न गिनन्ता, नाम अपार अथाह अनन्ता।।

हर सृष्टि हर युग में भाई, ले अवतार भक्त सुखदाई।
हृदय माँहि करि देखु विचारा, श्याम भजे तो हो निस्तारा।।

कीर पड़ावत गणिका तारी, भीलनी की भक्ति बलिहारी।
सती अहिल्या गौतम नारी, भई श्राप वश शिला दुखारी।।

श्याम चरण रच नित लाई, पहुँची पतिलोक में जाई।
अजामिल अरु सदन कसाई, नाम प्रताप परम गति पाई।।

जाके श्याम नाम अधारा, सुख लहहि दुख दूर हो सारा।
श्याम सुलोचन है अति सुन्दर, मोर मुकुट सिर तन पीताम्बर।।

गल वैजयन्तिमाल सुहाई, छवि अनूप भक्तन मन भाई।
श्याम श्याम सुमिरहुं दिनराती, शाम दुपहरि अरु परभाती।।

श्याम सारथी सिके रथ के, रोड़े दूर होय उस पथ के।
श्याम भक्त न कहीं पर हारा, भीर परि तब श्याम पुकारा।।

रसना श्याम नाम पी ले, जी ले श्याम नाम के हाले।
संसारी सुख भोग मिलेगा, अन्त श्याम सुख योग मिलेगा।।

श्याम प्रभु हैं तन के काले, मन के गोरे भोले भाले।
श्याम संत भक्तन हितकारी, रोग दोष अघ नाशै भारी।।

प्रेम सहित जे नाम पुकारा, भक्त लगत श्याम को प्यारा।
खाटू में है मथुरा वासी, पार ब्रह्म पूरण अविनासी।।

सुधा तान भरि मुरली बजाई, चहुं दिशि नाना जहाँ सुनि पाई।
वृद्ध बाल जेते नारी नर, मुग्ध भये सुनि वंशी के स्वर।।

दौड़ दौड़ पहुँचे सब जाई, खाटू में जहाँ श्याम कन्हाई।
जिसने श्याम स्वरूप निहारा, भव भय से पाया छुटकारा।।

।। दोहा ।।

श्याम सलोने साँवरे, बर्बरीक तनु धार। 
इच्छा पूर्ण भक्त की, करो न लाओ बार।।

Khatu Shyam Chalisa video

अगर आप सभी भक्तजन खाटू श्याम जी चालीसा को मधुर आवाज़ में सुनना चाहते हैं तो नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करें और इस चालीसा का भरपूर आनंद लें |

Credit – Saawariya

Q1. खाटू श्याम चालीसा पाठ के क्या लाभ हैं?

Ans – खाटू श्याम चालीसा का पाठ करने से सभी जातकों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं | इस पाठ को करने से घर में कभी भी धन, धान्य, सुख तथा समृद्धि में कमी नहीं होती हैं | जो भी भक्त खाटू श्याम जी को सच्चे मन से स्मरण करता हैं वह जीवन में कभी नहीं हारता और साथ ही उसे समाज में उच्च स्थान तथा यश प्राप्त होता है | इस पाठ को करने से जीवन की हर समस्या का हल आसनी से मिल जाता है | इस चालीसा को पढ़ने से अच्छे स्वास्थ्य और लंबी आयु का आशीवार्द भी मिलता है |

Q2. खाटू श्याम जी को क्या भोग लगाया जाता है?

Ans – बाबा श्याम के भक्तो में पेड़े का प्रसाद बहुत प्रसिद्ध है इसलिए खाटू नगरी में सबसे ज्यादा पेड़े प्रसाद के रूप में प्रसिद्ध  है |

Khatu Shyam Chalisa Pdf Download

अगर आप khatu shyam chalisa lyrics को PDF फॉर्मेट में डाउनलोड करना चाहते हैं तो नीचे दिए बटन पर क्लिक करें |

जानें खाटू श्याम का जन्म, शिक्षा तथा क्यों कहते हैं इन्हें हारे का सहारा और शीश के दानी | अंत में हम आप सभी से गुजारिश करते हैं कि कृपया आप सभी भक्जन हमारे इस पेज को शेयर करके अनेक लोगों तक पहुंचाए जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ ले सकें |