Kartikeya Ji Ki Aarti

भगवान कार्तिकेय को मुरुगन भी कहा जाता है। यह माता पार्वती और भोलेनाथ के बड़े पुत्र हैं। वैसे तो इनकी पूजा लगभग हर व्यक्ति करता है परतुं इनकी पूजा दक्षिण भारत में बहुत की जाती है | मान्यता है कि कार्तिकेय जी सदैव बालक के रूप में ही रहते हैं। कार्तिकेय आरती पढ़ने से भगवान शिव तथा माता पार्वती के पुत्र गणेश जी की भी कृपा आप बनी रहती है | भगवान कार्तिकेय विवाद और कठिन  परिस्थितियों में सफलता दिलाने वाले हैं। साथ ही आप श्री कार्तिकेय अष्टकम करते है तो आपके लिए बहुत ही लाभकारी होता है |

जय जय आरती वेणु गोपाला

वेणु गोपाला वेणु लोला

पाप विदुरा नवनीत चोरा

जय जय आरती वेंकटरमणा

वेंकटरमणा संकटहरणा

सीता राम राधे श्याम

जय जय आरती गौरी मनोहर

गौरी मनोहर भवानी शंकर

सदाशिव उमा महेश्वर

जय जय आरती राज राजेश्वरि

राज राजेश्वरि त्रिपुरसुन्दरि

महा सरस्वती महा लक्ष्मी

महा काली महा लक्ष्मी

जय जय आरती आन्जनेय

आन्जनेय हनुमन्ता

जय जय आरति दत्तात्रेय

दत्तात्रेय त्रिमुर्ति अवतार

जय जय आरती सिद्धि विनायक

सिद्धि विनायक श्री गणेश

जय जय आरती सुब्रह्मण्य

सुब्रह्मण्य कार्तिकेय

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