shri hari stotram | श्री हरि स्तोत्र | shri hari stotram lyrics

यदि आप सम्पूर्ण श्री हरि स्तोत्र हिंदी में (shri hari stotram in hindi) पढ़ना चाहते है तो आप यहाँ पढ़ सकते हैं | साथ ही साथ आप श्री हरि स्तोत्र pdf (shri hari stotram in hindi PDF) को अपने फ़ोन तथा कंप्यूटर पर भी डाउनलोड कर सकते है।

श्री हरि स्तोत्र को शांत मन के साथ, अपने आप को प्रभु के चरणों में समर्पित करते हुए पढ़ने से निश्चित ही धन धान्य, कीर्ति में बढ़ोतरी होती है तथा सारे कष्ट दूर हो जाते हैं | इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके पुण्य के भागी बनें तथा दूसरों को भी इसका लाभ लेने का मौका अवश्य दें | 

shri hari stotram lyrics

जगज्जालपालं चलत्कण्ठमालं
शरच्चन्द्रभालं महादैत्यकालं
नभोनीलकायं दुरावारमायं
सुपद्मासहायम् भजेऽहं भजेऽहं ॥

सदाम्भोधिवासं गलत्पुष्पहासं
जगत्सन्निवासं शतादित्यभासं
गदाचक्रशस्त्रं लसत्पीतवस्त्रं
हसच्चारुवक्त्रं भजेऽहं भजेऽहं ॥

रमाकण्ठहारं श्रुतिव्रातसारं
जलान्तर्विहारं धराभारहारं
चिदानन्दरूपं मनोज्ञस्वरूपं
ध्रुतानेकरूपं भजेऽहं भजेऽहं ॥

जराजन्महीनं परानन्दपीनं
समाधानलीनं सदैवानवीनं
जगज्जन्महेतुं सुरानीककेतुं
त्रिलोकैकसेतुं भजेऽहं भजेऽहं ॥

कृताम्नायगानं खगाधीशयानं
विमुक्तेर्निदानं हरारातिमानं
स्वभक्तानुकूलं जगद्व्रुक्षमूलं
निरस्तार्तशूलं भजेऽहं भजेऽहं ॥

समस्तामरेशं द्विरेफाभकेशं
जगद्विम्बलेशं ह्रुदाकाशदेशं
सदा दिव्यदेहं विमुक्ताखिलेहं
सुवैकुण्ठगेहं भजेऽहं भजेऽहं ॥

बांके बिहारी चालीसा का पाठ करने से जीवन में खुशियां आती हैं और सारे कष्ट दूर हो जाते हैं |

सुरालिबलिष्ठं त्रिलोकीवरिष्ठं
गुरूणां गरिष्ठं स्वरूपैकनिष्ठं
सदा युद्धधीरं महावीरवीरं
महाम्भोधितीरं भजेऽहं भजेऽहं ॥

रमावामभागं तलानग्रनागं
कृताधीनयागं गतारागरागं
मुनीन्द्रैः सुगीतं सुरैः संपरीतं
गुणौधैरतीतं भजेऽहं भजेऽहं ॥

फलश्रुति :-
इदं यस्तु नित्यं समाधाय चित्तं
पठेदष्टकं कण्ठहारम् मुरारे:
स विष्णोर्विशोकं ध्रुवं याति लोकं
जराजन्मशोकं पुनर्विन्दते नो ॥

श्री हरि स्त्रोतम से सम्बंधित प्रश्न !!

Ques – श्री हरी स्त्रोतम का पाठ किस दिन करना चाहिए ?

Ans – सप्ताह के चौथे दिन श्री हरि स्तोत्रम का पाठ करना चाहिए। गुरुवार के दिन श्री हरि विष्णु जी की पूजा का विशेष महत्व माना जाता है। जिससे उनके भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए खास तरीके से उनकी पूजा करने में लगे हुए हैं. क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन श्री हरि की पूजा करता है उसे उसकी अपार कृपा प्राप्त होती है।

Ques – श्री हरी स्त्रोतम का पाठ करते समय प्रभु को क्या भोग लगाना चाहिए ?

Ans – गुरुवार मतलब वीरवार के दिन श्री हरी विष्णु को पीले रंग की मिठाई चढ़ाने की मान्यता प्रचलित है क्योंकि पीला रंग विष्णु जी को अत्यधिक प्रिय है |

Ques – श्री हरी स्त्रोतम करते समय सबसे अधिक महत्वपूर्ण वस्तु जिसे पूजा में होना अनिवार्य माना गया है वह क्या है ?

Ans – भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी को बहुत जरूरी माना जाता है। जी हां तुलसी, श्री हरि की बहुत प्रिय हैं | यदि पूजा में इसका प्रयोग नहीं किया जाता है तो पूजा अधूरी मानी जाती है।

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