Shiv Rudra Mantra | रूद्र मंत्र | Shiv Mantra Chants

रूद्र मंत्र को शांत मन के साथ, अपने आप को प्रभु के चरणों में समर्पित करते हुए पढ़ने से निश्चित ही धन धान्य, कीर्ति में बढ़ोतरी होती है तथा सारे कष्ट दूर हो जाते हैं | यहाँ हमने मंत्र से समबन्धित सभी प्रश्नों के उत्तर भी दिए हैं तथा मंत्र जाप की विधि, लाभ इत्यादि का भी वर्णन किया है |

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रूद्र मंत्र | Rudra Mantra lyrics in hindi | Rudra Mantra in hindi | Rudra Mantra

Rudra Mantra lyrics

ॐ नमो भगवते रुद्राये।

पार्वती वल्ल्भ अष्टकम को नित्य पढ़ने से जीवन में खुशहाली आती है तथा परिवार में अपार सुख उपलब्ध होता है |

Rudra Mantra video

Credit – Rajshri Soul

Ques – रूद्र मंत्र का अर्थ क्या है ?

Ans – आसान शब्दों में अगर समझे तो रूद्र मंत्र का अर्थ यह है “मैं रुद्र अर्थात भगवान शिव को नमन करता हूं। उन्हें प्रणाम करता हूं।”

Ques – रूद्र मंत्र का जाप करने से क्या लाभ होते हैं ?

Ans – रुद्र मंत्र भगवान रूद्र को समर्पित है, जो भगवान शिव का ही रूप माने जाते हैं परन्तु विस्तृत अर्थों में दोनों एक ही हैं। अर्थात अधिप्रभावी भगवान महादेव ही रुद्र हैं। रुद्र मंत्र के इष्ट देवता भगवान शिव हैं। रुद्र मंत्र का जाप करने से भगवान शिव का पावन सानिध्य प्राप्त होता है और मंत्र जाप करने वाले की हर इच्छा पूरी होती है।

ऐसा माना जाता है कि महादेव शिव के रुद्र मंत्र के जाप से शीघ्र ही भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं और अपने भक्तों के कष्टों का नाश करके भक्तों की मनोवांछित इच्छाओं की पूर्ति करते हैं। 

रुद्र मंत्र भय को दूर करता है और मन के सभी भ्रमों और अनियमितताओं को भी ख़तम कर देता है । इस मंत्र के जाप करने से सभी प्रकार के भय और तनाव को ख़तम करने में मदद मिलती है। रुद्र मंत्र के जाप से सभी प्रकार के रोगों तथा कष्टों से छुटकारा मिल जाता है। यह बीमारी की असहज स्थिति से व्यक्ति को बाहर निकाल कर उसे संपूर्ण स्वास्थ्य प्रदान करता है तथा उसके जीवन में खुशी का प्रसार करता है । जब आपको लगे कि आपकी ऊर्जा समाप्त हो रही है तब आपको इस रुद्र मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए ।

रुद्र मंत्र के जाप से मानसिक तनाव, अवसाद तथा उन्माद जैसी नकारात्मकता दूर होती हैं और शरीर तथा मन और आत्मा की शुद्धि होती है। जीवन में सुख, समृद्धि, मानसिक शांति, धन, वैभव, यश, समृद्धि और पारिवारिक सुखों की प्राप्ति के लिए भी आपको रूद्र मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए।

Ques – रूद्र मंत्र का क्या प्रभाव होता है ?

Ans – रुद्र मंत्र अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली है। इस मंत्र का जाप करने से भगवान शिव की असीम कृपा प्राप्त होती है, जिसके फलस्वरूप बड़ी से बड़ी बीमारी भी ख़तम हो जाती है और व्यक्ति हर प्रकार के कष्टों तथा समस्याओं से मुक्त हो जाता है | यही रूद्र मंत्र का विशेष प्रभाव है, जो इसको जपने तथा सुनने वाले के साथ होता है।

Ques – रूद्र मंत्र का जाप कब करना चाहिए ?

Ans – रूद्र मंत्र का जाप विशेष रूप से शुक्ल पक्ष के सोमवार को करना चाहिए और यदि उस दिन प्रदोष व्रत हो तो अति उत्तम माना गया है।

Ques – रूद्र मंत्र का जाप कब शुरू करना उत्तम माना गया है ?

Ans – रूद्र मंत्र का जाप सावन के महीने के किसी भी सोमवार या किसी भी विशेष दिन से शुरू किया जा सकता है।

Ques – रूद्र मंत्र के जाप के लिए किस माला को सर्वोत्तम माना गया है ?

Ans – रूद्र मंत्र के जाप के लिए रुद्राक्ष से बनी माला को सर्वोत्तम माना गया है।

Ques – रूद्र मंत्र के जाप के लिए किन चीजों को वर्जित माना गया है ?

Ans – रूद्र मंत्र के जाप के समय भगवान महादेव की पूजा करते समय नारियल पानी, केतकी के पुष्प, कुमकुम, हल्दी, आदि शिवलिंग पर बिल्कुल न चढ़ाएं।

Ques – रूद्र मंत्र का जाप करने की सही विधि बताएं ?

Ans – किसी भी मंत्र को दो तरह से जपा जा सकता है । पहला है सकाम तथा दूसरा है निष्काम। यदि आप निष्काम अर्थात बिना किसी विशेष इच्छा, इरादे या प्रयोजन के केवल प्रभु को प्रसन्न करने के उद्देश्य से ही मंत्र जाप करना चाहते हैं तो आपको किसी खास नियम का पालन करने की आवश्यकता नहीं है । 

जबकि दूसरी तरफ यदि आप सकाम रूप अर्थात किसी विशेष उद्देश्य की पूर्ति के लिए मंत्र जाप करना चाहते हैं, तो रूद्र मंत्र का जाप करने से पहले आपको कुछ नियमों का पालन करना आवश्यक माना गया है जिससे आपको मंत्र जाप का पूरा फल मिल सके । मंत्र जाप करने की विधि इस प्रकार है:

  • सुबह नित्यकर्म तथा स्नान आदि से निवृत होकर, स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूर्व की तरफ मुंह करके शिवलिंग के समक्ष बैठें और मन में भगवान शिव का ध्यान करें।
  • अब सर्वप्रथम शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करें।
  • तत्पश्चात बेलपत्र, धतूरा, चंदन, धूप, फल, पुष्प, आदि श्रद्धा भाव से अर्पित करें और मंत्र जाप करने का संकल्प लेवे ।
  • संकल्प यह लेना है कि आप रुद्र मंत्र का कितना जाप करेंगे और उसके पीछे आपका उद्देश्य क्या है।
  • उसके बाद आपको भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए कि भगवान शिव आपको रुद्र मंत्र का जाप करने में सफलता प्रदान करें।
  • सबसे अच्छा मंत्र जप मौन रूप से किया जाता है।
  • मंत्र जाप करते समय मंत्र का उच्चारण स्पष्ट होना चाहिए ।
  • जब भी आप मंत्र जाप का सत्र ख़तम करें, तब अपने आसन को प्रणाम अवश्य करें ।
  • रूद्र मंत्र का जाप आरम्भ करने से पहले भगवान गणेश की पूजा अवश्य करें।
  • प्रतिदिन जाप के उपरांत भगवान शिव की आरती अवश्य करें।

यहाँ पढ़ें शिव से संबंधित अद्भुत प्रसंग तथा उन्हें जानें और गहराई से | अंत में हम आप सभी से गुजारिश करते हैं कि कृपया आप सभी भक्जन हमारे इस पेज को शेयर करके अनेक लोगों तक पहुंचाए जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ ले सकें | ( शेयर करने के लिए बटन नीचे अंत में दिए गए हैं | )

हर हर महादेव ||