यदि आप सम्पूर्ण लिंगाष्टकम हिंदी में (Lingashtakam in hindi) पढ़ना चाहते है तो आप यहाँ पढ़ सकते हैं | साथ ही साथ आप लिंगाष्टकम pdf (Lingashtakam in hindi PDF) को अपने फ़ोन तथा कंप्यूटर पर भी डाउनलोड कर सकते है।
श्री लिंगाष्टकम को शांत मन के साथ, अपने आप को प्रभु के चरणों में समर्पित करते हुए पढ़ने से निश्चित ही धन धान्य, कीर्ति में बढ़ोतरी होती है तथा सारे कष्ट दूर हो जाते हैं | इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके पुण्य के भागी बनें तथा दूसरों को भी इसका लाभ लेने का मौका अवश्य दें | ( शेयर करने के लिए बटन नीचे अंत में दिए गए हैं | )
लिंगाष्टकम | Lingashtakam lyrics in hindi with image and pdf | Lingashtakam in hindi | Lingashtakam
Lingashtakam lyrics
ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम् ।
जन्मजदुःखविनाशकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥
देवमुनिप्रवरार्चितलिङ्गं कामदहं करुणाकरलिङ्गम् ।
रावणदर्पविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥
सर्वसुगन्धिसुलेपितलिङ्गं बुद्धिविवर्धनकारणलिङ्गम् ।
सिद्धसुरासुरवन्दितलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥
कनकमहामणिभूषितलिङ्गं फणिपतिवेष्टितशोभितलिङ्गम् ।
दक्षसुयज्ञविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥
कुङ्कुमचन्दनलेपितलिङ्गं पङ्कजहारसुशोभितलिङ्गम् ।
सञ्चितपापविनाशनलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥
शिव ध्यान मंत्र को नित्य जपने से जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है |
देवगणार्चितसेवितलिङ्गं भावैर्भक्तिभिरेव च लिङ्गम् ।
दिनकरकोटिप्रभाकरलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥
अष्टदलोपरिवेष्टितलिङ्गं सर्वसमुद्भवकारणलिङ्गम् ।
अष्टदरिद्रविनाशितलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥
सुरगुरुसुरवरपूजितलिङ्गं सुरवनपुष्पसदार्चितलिङ्गम् ।
परात्परं परमात्मकलिङ्गं तत् प्रणमामि सदाशिवलिङ्गम् ॥
लिङ्गाष्टकमिदं पुण्यं यः पठेत् शिवसन्निधौ।
शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते॥
Lingashtakam video
Ques – लिंगाष्टकम का पाठ करने के क्या लाभ हैं ?
Ans – लिंगाष्टकम सावन में भगवान शिव को खुश करने का सबसे आसान तरीका है। लिंगाष्टकम के विषय में शास्त्रों के ऐसा वर्णन मिलता है कि जो मनुष्य इसका पाठ करता है या सुनता है उसे हर मुश्किल में भी सब कुछ आसान लगता है। ऐसा कहा जाता है कि सावन में जो कोई लिंगाष्टकम को यदि सुन भी लेता है तो उसके सारे कष्ट क्षण भर में ही नष्ट हो जाते हैं।
Ques – लिंगाष्टकम में कितने श्लोक हैं ?
Ans – भगवान महादेव की इस स्तुति में कुल आठ श्लोक हैं। इस अष्टपदी श्लोक के माध्यम से व्यक्ति भगवान शिव की आराधना पर मनचाहा वरदान का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है।
Ques – लिंगाष्टकम का पाठ करने की सही विधि क्या है ?
Ans – सबसे पहले भगवान गणेश की स्तुति करें तत्पश्चात लिंगाष्टकम का पाठ करें | माना जाता है की शिवलिंग के समक्ष बैठकर जप करने से पाठ का दोगुना फल मिलता है |
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लिंगाष्टकम PDF | Lingashtakam PDF free download
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जय शिव शम्भू ||