शिव पंचाक्षर स्तोत्र मंत्र | shiv panchakshar stotra lyrics in hindi

शिव पंचाक्षर स्तोत्र को शांत मन के साथ, अपने आप को प्रभु के चरणों में समर्पित करते हुए पढ़ने से निश्चित ही धन धान्य, कीर्ति में बढ़ोतरी होती है तथा सारे कष्ट दूर हो जाते हैं | यहाँ हमने स्तोत्र से समबन्धित सभी प्रश्नों के उत्तर भी दिए हैं तथा स्तोत्र पूजा विधि, लाभ इत्यादि का भी वर्णन किया है |

यदि आप सम्पूर्ण शिव पंचाक्षर स्तोत्र हिंदी में पढ़ना चाहते हैं तो आप यहाँ पढ़ सकते हैं | साथ ही साथ आप शिव पंचाक्षर स्तोत्र pdf को अपने फ़ोन तथा कंप्यूटर पर भी डाउनलोड कर सकते हैं।

शिव पंचाक्षर स्तोत्रम

नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय,

भस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।

नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय,

तस्मै न काराय नमः शिवाय ॥1॥

मन्दाकिनी सलिलचन्दन चर्चिताय,

नन्दीश्वर प्रमथनाथ महेश्वराय ।

मन्दारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय,

तस्मै म काराय नमः शिवाय ॥2॥

शिवाय गौरीवदनाब्जवृन्द,

सूर्याय दक्षाध्वरनाशकाय ।

श्रीनीलकण्ठाय वृषध्वजाय,

तस्मै शि काराय नमः शिवाय ॥3॥

वसिष्ठकुम्भोद्भवगौतमार्य,

मुनीन्द्रदेवार्चितशेखराय।

चन्द्रार्क वैश्वानरलोचनाय,

तस्मै व काराय नमः शिवाय ॥4॥

यक्षस्वरूपाय जटाधराय,

पिनाकहस्ताय सनातनाय ।

दिव्याय देवाय दिगम्बराय,

तस्मै य काराय नमः शिवाय ॥॥

पञ्चाक्षरमिदं पुण्यं यः पठेच्छिवसन्निधौ ।

शिवलोकमवाप्नोति शिवेन सह मोदते ॥

शिव पंचाक्षर स्तोत्र की पूजा की सही विधि क्या है?

  • सबसे पहले आप सुबह स्न्नान करके शिवलिंग पर दूध चढ़ाये और उसके पश्चात जल से अभिषेक करें।
  • फिर आप शिवलिंग पर फूल चढ़ाये तथा शिव की विधि पूर्वक पूजा करे | 
  • आप शिव पंचाक्षर स्त्रोत का पाठ आरंभ करें | 
  • इसके बाद आप प्रसाद जरूर लगाए | 
  • अंत में आप शिव की आरती करें |

शिव पंचाक्षर स्तोत्र का करने से क्या लाभ होता है?

  • भगवान शिव के इस स्त्रोत को करने से आपकी परेशानियां दूर जाती है | 
  • इस स्तोत्र को करने से आपके मन में अच्छे विचार आते है |
  • आपकी सभी मनोकामना पूरी होती है | 
  • इस स्तोत्र का जाप करने से धन में वृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है |

श्री शिव पंचाक्षर स्तोत्र वीडियो

credit : rajshri

shiv panchakshar stotra pdf in hindi

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